ड्रेक पैसेज जहाज़ों का कब्रिस्तान Drake Passage World’s Most Horrible Sea Canal

drake passage

दुनिया का सबसे भयानक समुद्री मार्ग

At the southern tip of the world, between Cape Horn and the icy shores of Antarctica, lies a stretch of ocean feared by even the most seasoned sailors — the Drake Passage. Known as the most horrible sea canal on Earth, it is where nature shows its most brutal face.

ड्रेक पैसेज जहाज़ों का कब्रिस्तान, क्यों कहा जाता है

Drake Passage, दक्षिण अमेरिका के दक्षिणी सिरे और अंटार्कटिका के बीच का वो इलाका जिसे नाविक सदियों से “जहाज़ों का कब्रिस्तान” कहते आए हैं।

काली रात… और समुद्र मानो गुस्से में गरज रहा हो।
हवा की गति 100 किलोमीटर प्रति घंटा, लहरें किसी इमारत जितनी ऊँची, और उनके बीच में एक छोटा-सा जहाज़ अपनी जान बचाने की कोशिश कर रहा है।
जहाज़ का अगला हिस्सा एक लहर से टकराता है और पूरा डेक पानी में डूब जाता है।
कप्तान का आदेश — “सभी लोग रस्सियों को पकड़ लो, यह सिर्फ़ एक शुरुआत है!”

ये है Drake Passage, दक्षिण अमेरिका के दक्षिणी सिरे और अंटार्कटिका के बीच का वो इलाका जिसे नाविक सदियों से “जहाज़ों का कब्रिस्तान” कहते आए हैं।
यहाँ समुद्र तीन विशाल महासागरों का संगम है — अटलांटिक, प्रशांत और दक्षिणी महासागर
इन तीनों के टकराने से बनती हैं दुनिया की सबसे हिंसक लहरें।
कोई भी जहाज़ जो यहाँ से गुज़रता है, वो सिर्फ़ मंज़िल तक नहीं जाता — वो मौत को मात देने की जंग लड़ता है।

ड्रेक पैसेज, जो दक्षिण अमेरिका के केप हॉर्न और अंटार्कटिक प्रायद्वीप के उत्तरी बिंदु के बीच स्थित है, दुनिया के सबसे कुख्यात और चुनौतीपूर्ण समुद्री मार्गों में से एक है। यह अटलांटिक, प्रशांत और दक्षिणी महासागरों का संगम बिंदु है, और इसकी चौड़ाई लगभग 600 मील (1,000 किलोमीटर) है। इसकी गहराई लगभग 3,400 मीटर (11,000 से 15,700 फीट तक) होती है, हालांकि कुछ स्रोतों के अनुसार यह 6,000 मीटर (लगभग चार मील) तक गहरी हो सकती है।

drake passage height waves

इसे अक्सर “दुनिया का सबसे भयानक समुद्री मार्ग” या “दुनिया का सबसे घातक समुद्री क्षेत्र” कहा जाता है। यह समुद्री मार्ग दो चरम स्थितियों के लिए जाना जाता है: ‘ड्रेक लेक’ जब समुद्र अविश्वसनीय रूप से शांत होता है, और ‘ड्रेक शेक’ जब यह बहुत उबड़-खाबड़ होता है और तूफानी लहरों से भर जाता है। इस मार्ग को स्पेनिश में ‘मार दे होसेस’ (Mar de Hoces) के नाम से भी जाना जाता है। अंटार्कटिका की यात्रा करने वाले अधिकांश यात्रियों के लिए, ड्रेक पैसेज को पार करना एक “दीक्षा संस्कार” माना जाता है। ड्रेक पैसेज इतना खतरनाक क्यों है? ड्रेक पैसेज को उसकी तीव्र समुद्री स्थितियों के कारण “दुनिया का सबसे भयानक समुद्री मार्ग” कहा जाता है।

ड्रेक पैसेज – एक नाविक की जुबानी:

“जब ड्रेक पैसेज से गुजरते हो, तो हर लहर लगता है जैसे प्रकृति कह रही हो—’यदि तुम मार खाने को तैयार नहीं, तो वापस लौट जा।’

यह इलाका अपने अतीत में कई नाविकों की अंतिम यात्रा का साक्षी बन चुका है—जो जहाज़ लौटकर नहीं आए। इन लहरों ने दर्जनों जहाज़ों को निगलकर इतिहास में “जहाजों का कब्रिस्तान” की कहानी लिखी है।

21 मार्च 1920 ओरियन स्टार मालवाहक जहाज की सत्य घटना

१९२० की ठंडी सुबह—एक ब्रिटिश कार्गो जहाज़, ’ओरियन स्टार’, ने इस मार्ग को पार करने का साहसिक निर्णय लिया। उस समय तक तकनीक इतनी विकसित नहीं थी, और मौसम पूर्वानुमानों की सीमा भी मनुष्य-स्तरीय थीं।

21 मार्च 1920: लाल-पीले ढलते सूरज के बीच ओरियन स्टार ने लहरों से जूझना शुरू किया। पहले तो सब कुछ संभलता रहा; लेकिन दोपहर तक हवा हो गई 80 किलोमीटर प्रति घंटे की और लहरे 30 फुट तक चढ़ गईं। जहाज़ की ध्वनि तेज़ धमाके की तरह गूँजी, जैसे लकड़ी फट रही हो। कप्तान ने रेडियो पर अंतिम संदेश भेजा:

“हम आशा से लड़ते हुए आगे बढ़ रहे हैं… अगर संपर्क टूटता है, तो हमारे दोस्तों को बताना कि हमने मौत को आँख में रखा।”

लेकिन संपर्क टूट गया। खोजी अभियान लौटकर आया तो वहाँ सिर्फ़ ढहते हुए मलबे के टुकड़े मिले, और रेडियो—मौत की चुप्पी से प्रभावित।

बहती हुई हवा, टूटे जहाज के सारा सामान लेकर तैरती हुई, ठंड खून जमाने जैसी—लेकिन जीवित रहने की ललक ने नाविकों को बांधे रखा।

जीवित रहने की एक सच्ची कहानी:

  • पानी और खाना बचाने के लिए नाविकों ने जहाज़ के पानी फिल्टर से समुद्र का पानी पीया और उसमें से नमक निकलाने की कोशिश की।
  • भोजन की कमी पूरी होने पर, उन्होंने मुर्गियों और बंदर बाँटकर साथ में लाए—लेकिन कुछ दिनों में सब ख़तम
    हो गया।
  • फिर उन्होंने सैटेलाइट नहीं, बल्कि समुद्री पक्षी और छोटे फ्यूड — जो जहाज़ के पास आते थे — पकड़े और खाए।

एक नाविक की डायरी से:

“चमचमाती लहरों ने हमें उठाकर नीचे गिराया—लगे जैसे तमाशा हो रही हो। फिर, चीखती हवाओं में हमने फैसला किया—हम मरेंगे नहीं।”

और नाविक अपनी जान बचाने के लिए बर्फ को काटकर एक अस्थायी तैरता प्लेटफ़ॉर्म बनाया, ताकि लहरों से बच सकें।

दिन-रात एक हुआ, बर्फ के टुकड़ों पर बिखरे रहने लगे—लेकिन मौत तक पहुँचने की कहानी नहीं रुकती।

वे दिन थे जब नाविकों ने अंटार्कटिक समुद्र की मछलियाँ और “Krill” — छोटे समुद्री जीव — भी खाने शुरू कर दिए। वे यह जानकर भी डर गए कि इससे पाचन तंत्र ख़राब हो सकता है — लेकिन भूख बड़ी दुश्मन थी।

शरीर जमता गया। हाथ फिसलते गए; नींद में लोग गिरने लगे। लेकिन मन ने कानून बनाया—“हर बर्फीली रात में हमें सोने से पहले अपनी गरमा-गरम साँसों से एक दूसरे को जगाना है”

endurance ship

एक नाविक रिपोर्ट करता है:

“बर्फ की एक परत बन गई थी—ठंड इतनी कि सिर्फ साँस लेना भी दर्ददेह। पर हमने एक-दूसरे को उठाया, पकड़कर ख़िंचा, क्योंकि हर सांस में ज़िंदगी थी।”

एक हेलीकॉप्टर द्वारा रेस्क्यू जारी था। अन्ततः बर्फ की दरार के रास्ते वहां खोज दल पहुँच गया।

5 मई 1920: जब जहाज़ के ऊपर से लाल बत्ती चमकी—अन्तिम रेस्क्यू बोट आई।

तीन नाविकों ने वहाँ तक पहुँचकर एक चिठ्ठी छोड़ी—“कुछ दूर नहीं बचा। हमें भूख और ठंड सता रही है—but आज बचेंगे, और फिर लौटकर हर किसी को बताएंगे—ड्रेक पैसेज कितना खतरनाक था।”

बचे हुए नाविकों का जीवन बच गया, पर लहरों से निकले इन्होंने जो कहानी सुनाई—वो इतिहास में अमर हो गई।

ड्रेक पैसेज भौगोलिक स्थिति

महासागरों का अभिसरण (Convergence of Oceans): ड्रेक पैसेज वह स्थान है जहाँ अटलांटिक, प्रशांत और दक्षिणी महासागरों की धाराएं आपस में मिलती हैं। यह संगम एक “गर्जती हुई धाराओं का मिश्रण(roaring current mix) बनाता है, जिससे जोरदार लहरें और धाराएं पैदा होती हैं। यह समुद्री मार्ग पानी के एक विशाल सर्ज के समान है।

भूमि का अभाव (Lack of Landmass Resistance): पृथ्वी पर यह एकमात्र ऐसा स्थान है जहाँ 40 से 60 डिग्री अक्षांश पर तेज हवाओं और धाराओं को रोकने के लिए कोई भूमि-द्रव्यमान नहीं है। इन अक्षांशों को उनकी तेज हवाओं के लिए कुख्यात रूप से “रोअरिंग फ़ोरटीज़” (Roaring Forties), “फ़्यूरियस फ़िफ़्टीज़” (Furious Fifties) और “स्क्रीमिंग सिक्स्टीज़” (Screaming Sixties) के नाम से जाना जाता है। चूंकि इन हवाओं को धीमा करने के लिए कोई भूमि नहीं होती, वे अविश्वसनीय गति प्राप्त कर लेती हैं और हजारों किलोमीटर तक बिना किसी रुकावट के बहती हैं, जिससे वे जहाजों से टकराकर बड़ी-बड़ी लहरों में बदल जाती हैं।

अंटार्कटिक सर्कम्पोलर धारा (ACC) (Antarctic Circumpolar Current – ACC): ड्रेक पैसेज दुनिया की सबसे बड़ी और शक्तिशाली समुद्री धारा, अंटार्कटिक सर्कम्पोलर धारा (ACC) का हिस्सा है। यह धारा अंटार्कटिका के चारों ओर दक्षिणावर्त (clockwise) दिशा में अबाध रूप से बहने वाली एकमात्र धारा है। ACC प्रति सेकंड 95 से 150 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी (या 5,300 मिलियन क्यूबिक फीट प्रति सेकंड) ले जाती है। पानी के इस विशाल संवाहक बेल्ट (conveyor belt) में सभी विश्व की नदियों के संयुक्त पानी से अधिक पानी चलता है। भूमि की अनुपस्थिति के कारण, यह धारा अविश्वसनीय गति प्राप्त कर लेती है, जिससे इसकी शक्ति और भी बढ़ जाती है।

endurance ship in snow

 • फ़नलिंग प्रभाव (Funnelling Effect): अंटार्कटिका और दक्षिण अमेरिका के बीच पानी के संपीड़न (squeezing) के कारण एक “फ़नलिंग प्रभाव” उत्पन्न होता है। पानी का इस अपेक्षाकृत संकीर्ण मार्ग से गुजरना तूफानों और धाराओं को और भी तेज कर देता है, जिससे पानी की गति बढ़ जाती है। यह संपीड़न पानी को महाद्वीपों के बीच के गैप से तीव्र गति से गुज़रने पर मजबूर करता है।

ऊंची लहरें (High Waves): ड्रेक पैसेज में लहरें 49 से 65 फीट (15-20 मीटर) तक ऊंची हो सकती हैं। तुलनात्मक रूप से, अटलांटिक में औसत लहर की ऊंचाई 13-16 फीट (4-5 मीटर) होती है, जो ड्रेक पैसेज की औसत लहर की ऊंचाई से दोगुनी है। ये “पानी की ऊंची दीवारें” जहाजों को हिंसक रूप से टक्कर मारती हैं।

तेज हवाएं (Strong Winds): हवाओं की गति 70 मील प्रति घंटे (लगभग 112 किलोमीटर प्रति घंटा) से भी अधिक हो सकती है। ये हवाएं, जो हजारों मील तक बिना बाधा के बहती हैं, तूफानी लहरों में बदल जाती हैं और जहाजों को बुरी तरह प्रभावित करती हैं।

हिमखंड (Icebergs): अंटार्कटिका से विशाल हिमखंड टूटकर ड्रेक पैसेज में बह सकते हैं, जिससे यात्रा और भी खतरनाक हो जाती है। कुछ हिमखंड, जैसे कि A-76a (मई 2021 में अंटार्कटिका के रोन आइस शेल्फ से टूटा हुआ), लंदन के आकार से भी दोगुने हो सकते हैं। ये तैरते हुए खतरे जहाजों के लिए अप्रत्याशित बाधाएं पैदा करते हैं।

 • पानी के नीचे की अशांति (Underwater Turbulence): ड्रेक पैसेज में केवल सतह पर ही अशांति नहीं होती, बल्कि पानी के नीचे के पहाड़ों (जिसे “अंडरवॉटर माउंटेन” कहा जाता है) और ‘आंतरिक लहरों’ (internal waves) के कारण पूरे जल स्तंभ में अशांति होती है। ये लहरें पानी के नीचे पहाड़ों से टकराकर भंवर (vortices) बनाती हैं, जिससे ठंडे पानी को गहराई से ऊपर लाया जाता है, जो ग्रह की जलवायु के लिए महत्वपूर्ण है।

अप्रत्याशित मौसम (Unpredictable Weather): ड्रेक पैसेज अपने अप्रत्याशित मौसम के लिए जाना जाता है। यहां मौसम तेजी से बदल सकता है, जिससे यात्रियों और नाविकों के लिए अनिश्चितताएं पैदा होती हैं।

केप हॉर्न पर एक स्मारक 10,000 नाविकों की याद में बनाया गया

भय का कारक (Fear Factor): ड्रेक पैसेज का अपना कुख्यात इतिहास और प्रतिष्ठा है, जो नाविकों और यात्रियों के मन में भय पैदा करता है। पनामा नहर के खुलने से पहले (1914), जहाजों को यूरोप से अमेरिका के पश्चिमी तट तक जाने के लिए केप हॉर्न से होकर गुजरना पड़ता था, जिससे ड्रेक पैसेज एक अनिवार्य और भयावह मार्ग बन गया था। दक्षिणी महासागर के अन्य हिस्सों से बचा जा सकता है, लेकिन ड्रेक पैसेज से नहीं। इन सभी कारकों का संयोजन ड्रेक पैसेज को जहाजों और नाविकों के लिए एक अत्यधिक चुनौतीपूर्ण और खतरनाक मार्ग बनाता है।

ड्रेक पैसेज का इतिहास और दुर्घटनाएँ ड्रेक पैसेज का एक समृद्ध और अक्सर दुखद इतिहास रहा है, जिसने इसे “समुद्री जहाजों का कब्रिस्तान” (graveyard of ships) का नाम दिया है। यह अनुमान लगाया गया है कि इसने 800 से अधिक जहाजों और 10,000 से अधिक नाविकों की जान ली है। केप हॉर्न पर एक स्मारक उन 10,000 नाविकों की याद में बनाया गया है जो यहां खो गए थे।

प्रारंभिक खोज और नामकरण: ◦ ड्रेक पैसेज को पहली बार कथित तौर पर 1500 के दशक की शुरुआत में स्पेनिश नाविक फ्रांसिस्को डी होसेस ने पार किया था। यही कारण है कि इसे स्पेनिश मानचित्रों पर ‘मार दे होसेस’ के नाम से भी जाना जाता है।

ship crew

◦ इस मार्ग का नाम अंग्रेज खोजकर्ता सर फ्रांसिस ड्रेक के नाम पर पड़ा। 1578 में, उनकी एक जहाज को केप हॉर्न के दक्षिण में तेज हवाओं ने बहा दिया था, जिससे यह साबित हुआ कि दक्षिण अमेरिका और अंटार्कटिका के बीच खुला पानी था, उस समय के विपरीत जब यह माना जाता था कि दोनों के बीच एक भूमि संबंध है।

◦ हालाँकि, ड्रेक ने जानबूझकर इस मार्ग को पार नहीं किया था। डच नाविक विलेम शाउटन (Willem Schouten) 1615-1616 में इस मार्ग को जानबूझकर पार करने वाले पहले व्यक्ति थे। उनकी सफल यात्रा के प्रकाशन के बाद यूरोप भर में इस नए मार्ग की जानकारी फैली, जो मैगलन जलडमरूमध्य और बीगल चैनल जैसे संकरे और मुश्किल मार्गों की तुलना में अधिक खुला था।

प्रमुख ऐतिहासिक दुर्घटनाएँ:

एचएमएस वेजर (HMS Wager – 1741): ब्रिटिश जहाज एचएमएस वेगर 1741 में केप हॉर्न के पास भयानक मौसम में अपने नौसैनिक स्क्वाड्रन से अलग हो गया था। यह जहाज चिली के तट पर चट्टानों से टकराकर बर्बाद हो गया, और चालक दल के बीच लड़ाई के कारण बचे हुए लोगों के बीच विद्रोह हो गया। इंग्लैंड से निकलने के समय वेगर पर 120 पुरुष सवार थे, लेकिन केवल 10 ही वापस लौटे।

सेंटेलमो (Santelmo – 1819): स्पेनिश जहाज सैंटेलमो ने 1819 में पेरू जाने का प्रयास किया था ताकि वहां के उपनिवेश विरोधी स्वतंत्रता आंदोलन को कुचला जा सके। जहाज को आखिरी बार ड्रेक पैसेज में देखा गया था और माना जाता है कि वह गंभीर मौसम की चपेट में आने के बाद अपने पूरे 644 पुरुषों के दल के साथ डूब गया था।

एसईएस एसेक्स (SES Essex – 1820): 1820 में अमेरिकी व्हेलिंग जहाज एसईएस एसेक्स ड्रेक पैसेज के पास एक विशाल व्हेल द्वारा हमला किए जाने के कारण डूब गया था। यह घटना हरमन मेलविल के प्रसिद्ध उपन्यास मोबी डिक (Moby Dick) की प्रेरणा बनी थी।

सिटी ऑफ नॉरिज (City of Norwich – 1893): 1893 में यह जहाज एक भयानक तूफान में फंसकर डूब गया था, जिसमें सैकड़ों यात्रियों की मौत हुई थी। ◦ एसएस सिटी ऑफ रियो डी जनेरियो (SS City of Rio de Janeiro – 1901): 1901 में इस जहाज के डूबने से भी बहुत जान-माल का नुकसान हुआ।

द यॉर्कशायर (The Yorkshire – 1916): यह जहाज ड्रेक पैसेज के कठिनाई भरे जलमार्ग में अपनी यात्रा के दौरान खराब मौसम के कारण डूब गया था। ◦ ब्रिटिश शाही नौसेना के जहाज (19वीं सदी): 19वीं सदी में कई ब्रिटिश जहाजों को ड्रेक पैसेज में समुद्री तूफानों का सामना करना पड़ा था, और उनमें से कई लापता हो गए, जिससे इस क्षेत्र की प्रतिष्ठा एक खतरनाक समुद्री मार्ग के रूप में बनी।

सर अर्नेस्ट शेकल्टन की असाधारण यात्रा (Ernest Shackleton’s Extraordinary Journey – 1914-1916): दिसंबर 1914 में, सर अर्नेस्ट शाकलटन और उनके 27 पुरुषों के दल ने अंटार्कटिका की पहली भूमि क्रॉसिंग का प्रयास करने के लिए एंड्योरेंस (Endurance) पर पाल स्थापित किया। जनवरी 1915 में, जहाज वेडेल सागर में बर्फ में फंस गया और अंततः 21 नवंबर 1915 को डूब गया। चालक दल कई महीनों तक बर्फ पर जीवित रहा, लेकिन जब बर्फ टूटने लगी, तो उन्होंने अपनी लाइफबोटों में से एक, जेम्स कर्ड (James Caird) में हाथी द्वीप (Elephant Island) के लिए एक खतरनाक 5-दिवसीय यात्रा की।

शेकल्टन ने फिर पाँच अन्य दल के सदस्यों के साथ जेम्स कर्ड में ड्रेक पैसेज को पार करते हुए दक्षिण जॉर्जिया द्वीप (South Georgia Island) की 16-दिवसीय यात्रा की, ताकि मदद मिल सके। आश्चर्यजनक रूप से, शाकलटन और उनके पुरुष मदद सुरक्षित करने और 30 अगस्त 1916 को हाथी द्वीप पर बचे हुए दल को बचाने में कामयाब रहे। अंटार्कटिक जंगल में 500 से अधिक दिनों तक फंसे रहने के बावजूद एक भी व्यक्ति की जान नहीं गई। मार्च 2022 में, एंड्योरेंस जहाज आश्चर्यजनक रूप से अच्छी स्थिति में पाया गया।

एडवेंचर वर्ल्ड जहाज (Adventure World Ship – 2007): यह क्रूज एक्सप्लोरर जहाज 2007 में ड्रेक पैसेज में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हालांकि इसमें सवार यात्रियों को बचा लिया गया, लेकिन इस घटना ने ड्रेक पैसेज जैसी कठिन परिस्थितियों में क्रूज जहाजों की सुरक्षा पर सवाल उठाए।

◦ वाइकिंग पोलारिस क्रूज जहाज (Viking Polaris Cruise Ship – 2022): 2022 में, वाइकिंग पोलारिस क्रूज जहाज को केप हॉर्न के दक्षिण-पूर्व में 16-मीटर (लगभग 52 फीट) ऊंची लहर ने टक्कर मारी। इस घटना में 8 लोग घायल हुए और दुर्भाग्य से एक 62 वर्षीय महिला की जान चली गई। समुद्री प्रौद्योगिकी में इतनी प्रगति के बावजूद, ड्रेक पैसेज अभी भी जीवन का दावा कर सकता है, जिससे सर अर्नेस्ट शाकलटन की सुरक्षित यात्रा और भी अधिक भाग्यशाली लगती है। ये दुर्घटनाएं और कहानियाँ ड्रेक पैसेज को रहस्य और रोमांच से भर देती हैं, और इसकी खतरनाक प्रतिष्ठा को पुष्ट करती हैं। आधुनिक यात्रा और सुरक्षा उपाय आजकल, प्रौद्योगिकी में प्रगति और कठोर सुरक्षा प्रोटोकॉल के कारण ड्रेक पैसेज की यात्रा पहले से कहीं अधिक सुरक्षित हो गई है, हालांकि यह अभी भी एक चुनौती बनी हुई है।

• जहाजों की तैयारी और डिज़ाइन (Ship Preparation and Design): ◦ आधुनिक अभियान जहाज स्टेबलाइज़र से लैस होते हैं जो जहाज के हिलने-डुलने को कम करते हैं। ◦ ये जहाज विशेष रूप से “बर्फ-प्रबलित” (ice-strengthened) और ध्रुवीय क्षेत्रों में यात्रा के लिए “उद्देश्य-निर्मित” (purpose-built) होते हैं।

◦ पोनेंट (Ponant) की ले कमांडेंट चारकोट (Le Commandant Charcot) जैसी जहाजें दुनिया की पहली यात्री जहाजें हैं जिनमें पोलर क्लास 2 हल (Polar Class 2 hull) है, जिसका अर्थ है कि वे ध्रुवीय क्षेत्रों में बर्फ में गहराई और आगे तक जा सकती हैं। ◦ ऑरोरा एक्सपीडिशन्स (Aurora Expeditions) के जहाज, जैसे ग्रेग मॉर्टिमर (Greg Mortimer) और सिल्विया अर्ल (Sylvia Earle), में एक पेटेंटेड इनवर्टेड बो (inverted bow) जिसे ULSTEIN X-BOW भी कहा जाता है, का उपयोग किया जाता है। यह डिज़ाइन तरंगों के माध्यम से धीरे से खिसकने के लिए बनाया गया है, जिससे प्रभाव और कंपन कम होता है और स्थिरता बढ़ती है, बजाय इसके कि नियमित धनुष के आकार की तरह पानी से “टकराए”।

◦ नए जहाजों में अक्सर अधिक विशाल कमरे और बड़ी खिड़कियां होती हैं, जिससे यात्री क्षितिज को देख सकते हैं, जो समुद्री बीमारी को कम करने में मदद करता है। यदि बजट अनुमति देता है, तो एक सुइट बुक करने की सलाह दी जाती है ताकि अधिक जगह और फर्श से छत तक की खिड़कियां मिल सकें। हालांकि, यह महत्वपूर्ण है कि किसी भी कंपनी के पूरे बेड़े में समान रूप से आधुनिक जहाज न हों, इसलिए जहाज का चयन सावधानी से करना चाहिए।

कैप्टन की भूमिका और सुरक्षा प्रोटोकॉल (Captain’s Role and Safety Protocols): ◦ ड्रेक पैसेज को नेविगेट करना एक अत्यंत जटिल कार्य है जिसके लिए विनम्रता और “स्वस्थ भय” की आवश्यकता होती है। कैप्टन स्टैनिस्लास डेवोरसिन (Captain Stanislas Devorsine) कहते हैं, “समुद्र हमसे ज्यादा मजबूत है। हम भयानक मौसम में नहीं जा सकते।”।

◦ जहाज के कैप्टन यात्री सुरक्षा और आराम के लिए “बड़ा सुरक्षा मार्जिन” रखते हैं। वे मौसम का पूर्वानुमान कई बार जांचते हैं (कभी-कभी यात्रा से 10 दिन पहले से ही)। प्रस्थान से पहले, कैप्टन दिन में छह बार तक मौसम की जांच करते हैं, और यदि मार्ग चुनौतीपूर्ण होने वाला है, तो हर छह घंटे में जांच की जाती है।

◦ वे लहरों से बेहतर कोण प्राप्त करने के लिए जहाज का मार्ग और गति को समायोजित करते हैं। कभी-कभी, वे कम दबाव वाले मार्ग को आगे बढ़ने देने के लिए धीमा हो सकते हैं, या उसके आने से पहले उसे पार करने के लिए गति बढ़ा सकते हैं। ◦ आधुनिक जहाजों में उन्नत मौसम पूर्वानुमान मॉडल और स्टेबलाइजर होते हैं, जिससे यात्रा पहले की तुलना में बहुत कम अराजक और अप्रत्याशित होती है।

◦ यात्रा के दौरान मुख्यालय से उच्च-स्तरीय उपग्रह एंटीना के माध्यम से लगातार संपर्क बनाए रखा जाता है, जिसमें उपग्रह और रेडियो बैकअप भी उपलब्ध होते हैं।

समुद्री बीमारी से निपटने के तरीके (Dealing with Seasickness): ◦ समुद्री बीमारी ड्रेक पैसेज की यात्रा की एक आम चुनौती है, भले ही कोई आमतौर पर गति बीमारी का अनुभव न करता हो। इसे कम करने के कई तरीके हैं:

▪ दवा (Medication): समुद्री यात्रा शुरू होने से पहले ही दवा लेना सबसे प्रभावी होता है, विशेषकर बीगल चैनल में रहते हुए। ग्रावोल (Gravol) और स्कोपोलमाइन पैच (scopolamine patch) जैसी दवाएं मददगार हो सकती हैं। यात्रियों को प्रस्थान से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए कि कौन सी दवा उनके लिए उपयुक्त है। एक बार जब लक्षण शुरू हो जाते हैं, तो गोलियां कम प्रभावी होती हैं।

▪ खान-पान (Diet): हल्का और नियमित भोजन करें। हाइड्रेटेड रहें और शराब से बचें। अदरक कुछ लोगों को राहत दे सकता है।

▪ ताजी हवा और क्षितिज पर नजर (Fresh Air and Horizon Focus): डेक पर ताजी हवा लेने से मदद मिल सकती है। संतुलन बनाए रखने के लिए रेलिंग पकड़ें और अपनी नज़र क्षितिज पर रखें। ▪ आराम (Rest): यदि तबीयत खराब महसूस हो तो लेट जाएं और आंखें बंद कर लें। बीमारी से लड़ने की कोशिश न करें। कैप्टन डेवोरसिन यह भी सलाह देते हैं कि बिस्तर से “कूदें नहीं”।

oreon star ship

▪ चिकित्सक की सहायता (Medical Assistance): अधिकांश जहाजों पर अनुभवी डॉक्टर उपलब्ध होते हैं जो समुद्री बीमारी से निपटने में मदद कर सकते हैं।

▪ अंगुलीदाब (acupressure) ‘बीज’ या एक्यूपंक्चर बैंड की प्रभावकारिता पर राय अलग-अलग है, लेकिन कुछ जहाज एक्यूपंक्चर की पेशकश करते हैं।

◦ यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि लोग समुद्री बीमारी से अलग-अलग तरह से पीड़ित होते हैं; कुछ लोगों को बहुत खराब मौसम में भी बीमारी महसूस नहीं होती।

जहाज पर गतिविधियाँ (Activities Onboard): ◦ ड्रेक पैसेज पार करते समय, यात्री अक्सर अंटार्कटिका के इतिहास, भूविज्ञान, जीव विज्ञान और वन्यजीवों पर प्रस्तुतियां और व्याख्यान में भाग लेते हैं। इससे उन्हें गंतव्य के बारे में जानने का अवसर मिलता है और समुद्री बीमारी से ध्यान हटाने में मदद मिलती है।

◦ यह समय साथी यात्रियों और दल से परिचित होने, संबंध बनाने और रोमांच की भावना विकसित करने के लिए भी अच्छा होता है।

◦ डेक पर समय बिताना स्थानीय वन्यजीवों को देखने का भी मौका देता है। पक्षी देखने के शौकीनों को अल्बाट्रॉस (albatross), पेट्रेल (petrel) (जैसे अंटार्कटिक पेट्रेल) और स्कुआ (skua) जैसे समुद्री पक्षियों को देखने का मौका मिलता है, जो अक्सर जहाजों के साथ उड़ते हैं।

◦ व्हेल (whales) और हॉवरग्लास डॉल्फ़िन (hourglass dolphins) जैसे समुद्री जीवों को भी देखा जा सकता है। ◦ सुरक्षित और आरामदायक यात्रा के साथ-साथ, यात्री स्वादिष्ट भोजन और वाइन का आनंद ले सकते हैं।

यात्रा का अनुभव (The Travel Experience): ◦ कई यात्री ड्रेक पैसेज को पार करने को एक रोमांचक उपलब्धि मानते हैं और “ड्रेक शेक” से बचने के बारे में गर्व करते हैं। ◦ यह अंटार्कटिका के लिए “प्रवेश शुल्क” माना जाता है और यह एक अविस्मरणीय और रोमांचक अनुभव है जो यात्रियों के बीच एक जुड़ाव और साहसिक भावना पैदा करता है।

◦ यह सिर्फ एक समुद्री मार्ग नहीं, बल्कि एक ऐसा अनुभव है जो यात्रियों को सभ्यता से दूर, पृथ्वी के सबसे एकांत और मंत्रमुग्ध कर देने वाले स्थान की ओर ले जाता है। एक स्रोत इसे “चंद्रमा पर जाने जैसा” बताता है, यह कहते हुए कि यात्रा असहज हो सकती है लेकिन यह इसके लायक है।

◦ यह यात्रियों के लिए एक परिवर्तनकारी अनुभव है, जो उन्हें अज्ञात की ओर बढ़ने और “एक दुनिया से दूसरी दुनिया” में संक्रमण का अनुभव करने की अनुमति देता है। संक्षेप में, आधुनिक यात्रा ने ड्रेक पैसेज की चुनौतियों का सामना करने के लिए उन्नत उपकरण और प्रोटोकॉल लाए हैं, जिससे यह पहले की तुलना में अधिक सुरक्षित और सुलभ हो गया है, जबकि इसके साहसिक और अप्रत्याशित चरित्र को बनाए रखा गया है।

ड्रेक पैसेज का पारिस्थितिकी तंत्र और समुद्री जीवन ड्रेक पैसेज केवल अपनी खतरनाक समुद्री स्थितियों के लिए ही नहीं, बल्कि अपने अद्वितीय और महत्वपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र के लिए भी उल्लेखनीय है।

 • अंटार्कटिक कन्वर्जेंस ज़ोन (Antarctic Convergence Zone): यह क्षेत्र अंटार्कटिक कन्वर्जेंस ज़ोन के करीब स्थित है, जहाँ ध्रुवीय जल उपध्रुवीय जल से मिलते हैं। यह इसे समुद्री अनुसंधान के लिए एक आदर्श स्थान बनाता है।

• अनोखा समुद्री जीवन (Unique Marine Life): ड्रेक पैसेज में एक अनूठा पारिस्थितिकी तंत्र मौजूद है, जहाँ कठोर परिस्थितियों के बावजूद समुद्री जीवन की प्रजातियाँ पनपती हैं।

यह स्थान विभिन्न प्रकार के समुद्री जीवों के लिए महत्वपूर्ण है: ◦ समुद्री पक्षी (Sea Birds): अल्बाट्रॉस, पेट्रेल (अंटार्कटिक पेट्रेल सहित), और स्कुआ जैसे कई सुंदर समुद्री पक्षी अक्सर जहाजों के साथ उड़ते हुए देखे जाते हैं। अल्बाट्रॉस जैसे पक्षी, जो हजारों मील तक उड़ सकते हैं, इस क्षेत्र की तेज हवाओं का लाभ उठाते हैं।

◦ व्हेल (Whales): हंपबैक व्हेल (humpback whales) और अंटार्कटिक व्हेल (Antarctic whales) सहित विभिन्न प्रकार की व्हेल इस मार्ग पर देखी जाती हैं। यह क्षेत्र व्हेल की आबादी के लिए महत्वपूर्ण आवास और भोजन क्षेत्र प्रदान करता है।

◦ डॉल्फ़िन (Dolphins): हॉवरग्लास डॉल्फ़िन जैसे समुद्री स्तनधारी भी ड्रेक पैसेज में नियमित रूप से दिखाई देते हैं।

◦ पेंगुइन और सील (Penguins and Seals): यद्यपि ये आमतौर पर अंटार्कटिका के करीब देखे जाते हैं, उनकी उपस्थिति ड्रेक पैसेज के पारिस्थितिकी तंत्र के बड़े संदर्भ का हिस्सा है।

◦ अन्य समुद्री जीव (Other Marine Organisms): ड्रेक पैसेज में विभिन्न प्रकार की मछलियाँ और अन्य समुद्री जीव भी पाए जाते हैं, जो इस क्षेत्र की जैव विविधता को रहस्यमय और आकर्षक बनाते हैं।

अनुसंधान की चुनौतियाँ (Research Challenges): विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास के बावजूद, ड्रेक पैसेज में अभी भी बहुत कम शोध हुआ है। इस जलमार्ग की गहराई, समुद्री प्रभाव, और यहां पाई जाने वाली प्रजातियों का अध्ययन करने में कठिनाइयाँ आती हैं क्योंकि यह वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के लिए एक चुनौतीपूर्ण क्षेत्र बना हुआ है।

इसी कारण इस जलमार्ग के बारे में बहुत सारी बातें अभी भी अज्ञात हैं। ड्रेक पैसेज पर्यावरण में होने वाले परिवर्तनों और समुद्री पारिस्थितिकी में हो रहे बदलावों का गहन अध्ययन करने के लिए एक आदर्श स्थान है। ड्रेक पैसेज की पारिस्थितिकी तंत्र की अनूठी प्रकृति इसे न केवल एक चुनौतीपूर्ण समुद्री मार्ग बनाती है, बल्कि एक महत्वपूर्ण वैज्ञानिक रुचि का क्षेत्र भी बनाती है।

निष्कर्ष ड्रेक पैसेज दक्षिण अमेरिका और अंटार्कटिका के बीच का एक ऐसा मार्ग है जो अपनी तीव्र समुद्री स्थितियों, अप्रत्याशित मौसम और ऐतिहासिक दुर्घटनाओं के लिए विश्वभर में कुख्यात है। इसे ‘दुनिया का सबसे भयानक समुद्री मार्ग‘ कहा जाता है, जहाँ ‘ड्रेक लेक’ की शांति से लेकर ‘ड्रेक शेक’ के भयंकर तूफानों तक, समुद्री अनुभव के दो चरम देखने को मिलते हैं।

इसकी खतरनाकता महासागरों के अभिसरण, भूमि-द्रव्यमान की कमी के कारण हवाओं और धाराओं की अबाध गति, दुनिया की सबसे शक्तिशाली अंटार्कटिक सर्कम्पोलर धारा (ACC), फ़नलिंग प्रभाव, ऊंची लहरें, तेज हवाएं, विशाल हिमखंडों की उपस्थिति, और पानी के नीचे की अशांति के कारण है।

इसका इतिहास दुखद दुर्घटनाओं से भरा है, जिसमें 800 से अधिक जहाजों और 10,000 से अधिक नाविकों की जान गई है। सर फ्रांसिस ड्रेक और विलेम शाउटन जैसे खोजकर्ताओं के नाम से जुड़ा यह मार्ग, ऐतिहासिक रूप से एक महत्वपूर्ण लेकिन जानलेवा बाधा रहा है। एचएमएस वेगर, सेंटेलमो, और एसईएस एसेक्स जैसी दुर्घटनाएं, साथ ही हाल ही में वाइकिंग पोलारिस के साथ हुई घटना, इस मार्ग की निरंतर चुनौती को रेखांकित करती हैं।

हालांकि, आधुनिक प्रौद्योगिकी और जहाजों में हुए सुधारों ने, जैसे कि स्टेबलाइज़र और उन्नत धनुष डिज़ाइन (X-BOW), यात्रा को पहले से कहीं अधिक सुरक्षित बना दिया है। कैप्टन सावधानीपूर्वक मौसम का पूर्वानुमान करते हैं और मार्ग को समायोजित करते हैं ताकि यात्रियों को यथासंभव आरामदायक यात्रा मिल सके।

समुद्री बीमारी से निपटने के लिए कई उपाय उपलब्ध हैं, जिनमें दवाएं, उचित खान-पान और शारीरिक मुद्राएं शामिल हैं। जहाज पर व्याख्यान और वन्यजीवों को देखने जैसी गतिविधियाँ यात्रा को समृद्ध बनाती हैं। ड्रेक पैसेज को पार करना अंटार्कटिका की यात्रा के लिए एक “दीक्षा संस्कार” माना जाता है।

यह सिर्फ एक समुद्री मार्ग नहीं है, बल्कि एक रोमांचक अनुभव है जो यात्रियों को सभ्यता से दूर, पृथ्वी के सबसे एकांत और मंत्रमुग्ध कर देने वाले महाद्वीप की ओर ले जाता है। यह एक ऐसा अनुभव है जो यात्रियों के बीच एक जुड़ाव और साहसिक भावना पैदा करता है,

और अंततः, अंटार्कटिका का जादुई सौंदर्य सभी चुनौतियों को सार्थक बना देता है। यह वह अनुभव है जिसे कई लोग अपनी “बकेट-लिस्ट” में सबसे ऊपर रखते हैं, क्योंकि यह केवल एक यात्रा नहीं, बल्कि “एक दुनिया से दूसरी दुनिया” में यात्रा है.

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